तू हज़ार बार भी रूठे तो मना लूँगा तुझे मगर देख मोहब्बत में शामिल कोई दूसरा ना हो।
मरे तो लाखों होंगे तुझ पर मैं तो तेरे साथ जीना चाहता हूँ।
मरे तो लाखों होंगे तुझ पर मैं तो तेरे साथ जीना चाहता हूँ।
वापस लौट आया है हवाओं का रुख मोड़ने वाला दिल में फिर उतर रहा है दिल तोड़ने वाला।
जो शख्स तेरे तसव्वुर से हे महक जाये सोचो तुम्हारे दीदार में उसका क्या होगा।
मोहब्बत का एहसास तो हम दोनों को हुआ था फर्क सिर्फ इतना था की उसने किया था और मुझे हुआ था।
तुम मुझे छोड़ नहीं पाओगी मै तुम्हारी चाय बन जाऊंगा।
समंदर न सही पर एक नदी तो होनी चाहिए तेरे शहर में ज़िन्दगी कही तो होनी चाहिए।
मुझे नहीं मालूम वो पहली बार कब अच्छा लगा मगर उसके बाद कभी बुरा भी नहीं।
सच्ची मोहब्बत कभी खत्म नहीं होती वक़्त के साथ खामोश हो जाती है।
जिस दिल में बसा था नाम तेरा हमने वो तोड़ दिया न होने दिया तुझे बदनाम बस तेरे नाम लेना छोड़ दिया।